किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
त्रिपुरासुर shiv chalisa in hindi सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
शिव भजन